Girls Hostel ki Gandi kahaniya
रजनी और मेघना ने बहुत सारे क्रिया कर्म कांड कर लिए थे, अपने हॉस्टल में। परंतु अंतर्वासना कभी शांत नहीं होती और इन दोनों की भी वासना बढ़ती ही जा रही थी दिन-ब-दिन।
रजनी और मेघना ने बहुत सारे क्रिया कर्म कांड कर लिए थे, अपने हॉस्टल में। परंतु अंतर्वासना कभी शांत नहीं होती और इन दोनों की भी वासना बढ़ती ही जा रही थी दिन-ब-दिन।
मैं एक साधारण लड़का हूं, जिसकी कामुक इच्छाएं बहुत हैं। मैं दिल्ली में रहता हूं और यहां की लड़कियाँ बहुत ही सुंदर बहुत ग़जब होती है। मैं और मेरे दोस्त अक्सर बातें किया करते थे कि किसने सबसे अच्छी लड़की पटाई।
मैंने करी अपनी गर्म सेक्सी बीवी की गरम-गरम चाय पीते हुए चुदाई। हमारी नई नई शादी हुई थी और मेरी बीवी बहुत ही ज्यादा हॉट सेक्सी थी इसलिए हम से कंट्रोल नहीं होता था।
दिल्ली की कविता जब शादी कर के अपने पति के साथ लखनऊ जा कर रहने लगी तो उसने पहली बार गे लड़को को सेक्स करता देखा। कविता का कहना है की उसके पड़ोस में कुछ कॉलेज के लड़के किराये का मकान ले कर रह रही थे। जब कविता उनके घर किसी काम से गई तो उसे पता लगा की उन लड़को की साथ रहने की वजह पढाई नहीं बल्कि चुदाई थी। कविता अपनी कहानी मेरे पड़ोस के लड़के गे थे से हमें ये बताना चाहती है की लड़के चाहे कितने भी मर्दाना दीखते हो अंदर से कोई न कोई समलैंगिक होता ही है।
पहली सुहागरात की XXX Hindi Story जोकी बहुत ही मजेदार है। यह इन दोनों की पहली चुदाई की रंगीन है। जिसमे पति अतिउत्तेजित होकर अपना अंगूठा पत्नी की गांड में घुसा देता है और पत्नी बहुत ही जोर से चिल्ला उठती है।
यह अंतर्वासना First Time Sex Kahani एक जवान लड़का और लड़की की है, जो कि उत्तर-प्रदेश में रहते थे। हर जवान लड़के-लड़की की तरह इस कहानी में भी कामवासना है, और साथ में पहले प्यार की पहली सुंदरता है।
मेरा नाम योगेश है और मैं एक कॉलेज स्टूडेंट हु। दिल्ली यूनिवर्सिटी से मैं उस वक्त BA कर रहा था। जीवन तो बहुत सरल था। मेरे कॉलेज में बहुत सी लड़कियाँ थीं जो अकेली थीं। लेकिन मैं अपने औसत व्यक्तित्व के कारण उनके सामने साहस की कमी थी। मैं एक ऐसी लड़की की तलाश कर रहा था जो मुझे वह प्यार दे सके, जो मैं हमेशा अपने जीवन में चाहता था। लेकिन मैं इसमें असफल रहा।