दिल्ली के रहने वाले शुभम काफी पतले थे। उन्होंने लड़किय पटाने की लाख कोशिश की पर कुछ न हो पाया। पर शुभम की जिंदगी में एक ऐसी लड़की आई जिसे प्यार और शादी से कोई लेना देना ही नहीं था उसे तो बस एक बार चुदाई का स्वाद लेना था। अब ऐसे में शुभम अपने कमजोर शरीर से एक भरी फूली और कामुक लड़की को कैसे चोदता है ये जानना काफी दिलचस्प होगा। शुभम ने अपनी सेक्स कहानी में बताया की खूबसूरत लड़की की पहली बार चुदाई कर के उसे तो मजा आया ही साथ ही लड़की भी आनंद के सागर में डूब गई।
मेरी हिंदी चुदाई कहानी पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।
मैं स्कूल पास कर के कॉलेज गया था वह मैंने कई सारी माल दार लड़कियों पर हाथ मारने की कोशिश की पर कुछ न हो पाया। मैंने जिस भी लड़की को अपने दिल की बात बताई वो लड़की या तो मुझे गाली देती और या तो वो मुझ पर हसने लग जाती।
मेरी इस नाकामी की वजह मेरा कमजोर और पतला शरीर था। अब मुझे नहीं पता की मैं ऐसा क्यों हूँ लेकिन आप ये मत सोचना की इस सब की वजह रोज मुठ मरना है।
मैंने वजन बढ़ाने के कई सारे नुस्खे आजमा लिए पर कुछ न हो पाया। अंत में मेरे हाथ बस मेरा ही लंड लगा।
अब मैं इसके साथ ही जीने लगा और मैंने यहाँ वह हाथ पैर मारना छोड़ दिया।
कुछ दिन बाद मैंने इंग्लिश कोचिंग ज्वाइन करली और वह मेरी मुलाकात मानसी से हो गई। वो काफी कामुक लड़की थी उसकी उम्र 20 साल थी पर उसका शरीर किसी कामुक भाभी जैसा था।
बड़े स्तन और बाहर निकली गांड और गोरा बदन देख मेरा हर बार क्लास में लंड खड़ा हो जाता। उसकी सेहत काफी अच्छी थी और वो मुझ से लम्बी भी थी।
अब ऐसे रसीली लड़की को देख मेरा हर रोज चुदाई का दिल करने लगता। अब आप सोचोगे की हम दोनों की दोस्ती कैसे हो गई तो अगर मैं ये भी यहाँ बताने बैठ गया तो कहानी काफी लम्बी हो जाएगी इसलिए मैं सीधा काम की बात बताता हूँ।
मानसी काफी भोली लड़की थी उसके घर वाले जानते थे की वो कितनी सेक्सी है और उसका शरीर देख लोग उसे चुदाई की नजरो से देखेंगे इसलिए वो मानसी को सूट सलवार पहने के लिए कहते थे पर कभी कभी वो घर वालो से लड़ झगड़ कर जीन्स भी पहन लेती थी।
जब हम दोनों दोस्त बने वो मैं उसका बेस्टफ्रेंड बन गया। अब क्यों की उसके घर वालो से बनती नहीं थी वो मुझ से ज्यादा बात करने लगी। मेरे साथ ऐसा पहली बार हो रहा था जब मेरा किसी लड़की से इतना गहरा रिश्ता बना हो।
मानसी के घर जब भी कुछ होता वो सब कुछ मुझे बताने लग जाती। अब जब वो मुझ से सारी बाते करने लगी तो सेक्स को पीछे थोड़ी छोड़ती।
वो मुझ से गन्दी बाते करने लगी और मैं भी उसके शरीर और सेक्स को लेकर गंदे गंदे सवाल करने लगा। हम दोनों ऐसी बाते सिर्फ इंटरनेट पर ही करते थे।
एक दिन अचानक मानसी ने मुझ से पूछा की कभी तुमने सेक्स किया है ? तो मैंने उसका जवाब हाँ कहा ताकि उसे ऐसा न लगे की मैं एक भोंदू लड़का हूँ।
मानसी ने मुँह बनाया और कहा इतनी जल्दी क्यों मैंने तो आज तो कोई पोर्न फिल्म भी पूरी नहीं देखि।
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मैंने कहा की जिस चीज में आनंद अत है उसे में करने में मैं संकोच नहीं करता।
अगले 3 दिन बाद मानसी ने मुझे अपने घर बुला लिया और कहा की चलो आज अंग्रेजी बोलने का अभ्यास करते है।
उस दिन मानसी के घर पर कोई नहीं था और वो भी सेक्सी कपड़े पहन रखती थी। उसने टाइट जीन्स पहनी थी जो गांड की तरफ से कसी थी। उस दिन उसने ब्रा भी नहीं पहनी थी और मुझे उसके स्तन दिख रही थे।
मानसी – shubham should we start?
मैंने कहा – yes
मानसी ने अपनी टीशर्ट उतरी और अपने स्तन झूला कर मुझे दिखने लगी। उसके स्तन नंगे देख मेरा लंड के साथ साथ रोंगटे भी खड़े हो गए। शर्म के मारे मैंने पास पड़ा तकिया लिया और अपने लंड पर रख दिया।
उसे बाद मानसी ने सेक्सी आवाज में बोल – shubham what you are hiding behind the pillow?
ये बोल कर मानसी ने तकिया खींचा कर उसे हटा दिया। अब खड़ा लंड देख कर उसकी आंखे खुली रह गई।
वो हैरानी के साथ मेरे लंड को देखने और छूने लगी। लंड को छूते छूते वो शर्मा कर हसने लगी।
अब मुझे तो पूरा से चढ़ा हुआ था बिस्तर से उठा और मानसी के पास जाकर उसे चूमने लगा।
मानसी – अहह मुझे नहीं पता था ये सब करने में इतना आनंद अत है।
मेरी ख़ुशी का कोई ठिकाना ही नहीं था दिल कर रहा था की मानसी के रसीले शरीर से चिपक कर उसके स्तन पूरा दिन चूसता जाऊ।
तभी मानसी ने मेरी पैंट में हाथ डाला और झाटो से भरे लंड को अलग अलग तरह से दबाने और हिलाने लगी। मेरा लंड की गर्मी से मानसी की चुत गीली होने लगी।
अब मैंने भी मोके का फयदा उठाया और मानसी की जीन्स का बटन खोल कर उसकी कच्छी में हाथ घुसा दिया। मानसी के वह एक भी बाल नहीं था। ये देख मैं समज गया की मानसी ने पहले ही चुदाई का सोच रखा था।
मानसी के साथ सेक्स और चुम्बा चाटी करते करते मुझे शर्म भी आ रही थी क्युकी मानसी का शरीर काफी भरा फुला था और मेरा सूखा सा।
पर जब भी मेरी नजर उसके सुंदर चेहरे पर जाती तो मेरा अंदर एक जानवर जाग उठता। मैंने मानसी को पकड़ा और उसे गले लगा कर अपना मुँह उसकी छाती के बीच घुसा दिया।
मानसी – अहह अहह शुभम अहह अच्छा लग रहा है क्यों तुम इन्हे चूस सकते हो ?
मैंने मानसी की बात का कोई वजब नहीं दिया और सीधा उसके स्तनों पर धाबा बोल दिया।
स्तन चूसते चूसते मैंने अपनी पैंट उतरी और मानसी के हाथ अपना लंड पकड़ा दिया। हम दोनों बड़ी दिलचस्पी से एक दूसरे के शरीर को छू रही थे। मैं मानसी की चुत में ऊँगली करता करता उसके स्तन चूस रहा था और वो मेरा लंड के हर के कोने को सेहला सेहला कर मेरी आँखों में देख रही थी।
तो दोस्तों ये थी मेरी खूबसूरत लड़की की पहली बार चुदाई कहानी का पहला भाग दूसरा भाग अगर अच्छा लगा तो कमेंट में जरूर बताना।