रौनक ने अपने दोस्तों के साथ अपनी ही माँ के साथ गन्दी और अश्लील हरकते कर डाली। रौनक ने अपनी कहानी में ये बताया की वो और उसके दोस्त ग्रुप सेक्स करना चाहते थे पर न तो किसी की गर्लफ्रेंड थी और न ही इतने पैसे की किसी लड़की को बुला सके। अंत में सबने रौनक की मम्मी पर नजर डाल ली अब रौनक और उसकी मम्मी ग्रुप सेक्स के लिए कैसे मान गए ये तो कहानी पड़ कर ही पता लगेगा। रौनक की कहानी मम्मी की चुदाई दोस्तों के साथ पड़ने के बाद आप कामुक ही नहीं बल्कि शरारती भी होने वाले है इसलिए कहानी को ऊपर पढ़े।
मैं अपना कॉलेज का काम खत्म कर के घर ही जा रहा था तभी प्रनव आ गया और उसने मुझे ग्रुप सेक्स की बात याद दिला दी। मैं और मेरे दो दोस्तों ने ग्रुप सेक्स करने का प्लान बनाया था पर किसी के पास न तो गर्लफ्रेंड थी और न ही पैसे जिस से हम रंडी बुला सके।
सस्ती रंडिया काफी बदसूरत थी तो हमने चुदाई का प्लान अगले हफ्ते तक टाल दिया।
मैंने प्रनव से कहा – अरे भाई हाँ पर हमारे पास इतने पैसे नहीं है याद है न गुडू भाई ने लड़की की कितने पैसे बताये थे।
प्रनव – हाँ भाई पर कुछ तो करना होगा न।
मैंने कहा – भाई वो लड़की एक रात के लिए 4000 लेती है और यहाँ तो ग्रुप सेक्स की बात है। ग्रुप सेक्स सुन कर वो लड़की दस हजार लेगी।
प्रनव – पता है भाई …… चल एक काम करते है मैं और तुषार आज तेर घर आते है फिर आराम से बैठ कर कोई रास्ता निकाले गए।
अगले दिन संडे को हम तीनो साथ बैठ कर पैसो का जुगाड़ निकालने में लगे थे तभी मेरी मम्मी मेरे कमरे में आई और उन्होंने हमारे लिए कुछ खाने के लिए रख दिया।
जब वो झुक कर प्लेट रख रही थी तो मेरे दोनों दोस्तों की नजर सिर्फ उनके ब्लाउज पर थी। प्रनव और तुषार मुँह खोल कर मेरी मम्मी के दूध देखे जा रहे थे और उनके मुँह से पानी टपकने लगा।
तभी मैंने चीला कर कहा क्या हुआ कभी बिस्कुट नहीं देखे क्या ?
तुषार – नहीं भाई इतने गोल तो नहीं !!
प्रनव – हस्ते हुए हां सही कहा।
मम्मी – क्या बात है बच्चो इतना क्यों हस रहे हो ?
मैंने कहा – कुछ नहीं मम्मी ये दोनों पागल है।
उसके बाद मम्मी मटक मटक कर कमरे से बाहर चली गई।
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प्रनव – यार तेरी मम्मी तो माल है।
ये सुनते ही मैंने प्रनव को कस कर झापड़ जड़ दिया।
तुषार – भाई भाई क्या कर रहा है वो तो बस मजाक कर रहा था। पर अनजाने में उसने कहा तो सच है।
मैंने गुस्से में आ कर दोनों को घर से भगा दिया पर उनकी वो बात थी तो सही। उस दिन मैं अपनी मम्मी वो कामुक नजरो से देखता रहा और अपनी कामुक कल्पना में खो गया।
उस रात मैं इतना कामुक हो गया की मैं नेट पर नई नई हिंदी सेक्स कहानियाँ भी पड़ने लगा जो मैंने आज तक नहीं किया।
माँ की चुदाई कहानियाँ पड़ कर उस रात मुझे अलग ही मजा आया और अगले दिन मैंने प्रनव और तुषार को घर बुला कर माफ़ी मांग ली और कहा की तुन दोनों सही हो मेरी मम्मी सेक्सी है।
तभी मम्मी अंदर आ गई और उन्होंने कहा हेलो बॉयज !!
मम्मी ने हम तीनों के सामने अपनी साड़ी गिरा दी और कहा मुझे पता है तुम सब क्या चाहते है !!
उस वक्त मम्मी नशे में थी पता नहीं उन्होंने कोनसा नशा किया था। मम्मी की भरी छाती देख मेरा और मेरे दोस्तों का लंड खड़ा होने लगा और प्रनव और तुषार मेरी शक्ल देखने लगे।
ऐसा लग रहा था जैसे वो दोनों मुझ से इजाज़त मांग रहे हो।
मम्मी जैसे ही अपने दूध हिला कर हमे देखने लगी वैसे ही मैंने हाँ कहा और मेरे दोस्त मम्मी के स्तनों को दबाने लगे।
अपनी मम्मी को इस हालत में देख मुझे शर्म आ रही थी और मैं अपने आप को नीच इंसान समझने लगा था पर उस वक्त मेरे लोडे से पानी टपक रहा था जिसके आगे मुझे कुछ न सुझा।
प्रनव मम्मी की गर्दन पर चुम रहा था और एक हाथ से स्तन दबा रहा था तो दूसरी तरफ तुषार मम्मी के होठों को चुम रहा था और उनके ब्लाउज में हाथ डाला हुआ था।
उनकी ये हरकते देख मैं गुस्से में था पर गुस्से से ज्यादा मैं कामुक हो रहा था। तभी मैं आगे बढ़ा और दोनों का हाथ मम्मी की नरम छाती से हटा दिया और उनका ब्लाउज झटके से खींच कर फाड़ दिया।
ब्लाउज खुलते ही मम्मी के स्तन उछाल कर बाहर निकले और मैं दोनों को पकड़ कर उन्हें ब्रा के ऊपर से ही चूसने लगा।
मम्मी – अहह अहह अहम्म्म्म्म !!!
मेरी मम्मी सावली है और उनका शरीर काफी माल वाला है। उन्हें देख किसी को भी सेक्स करने का मन बन जाये ऐसी थी वो। मैंने माँ के दोनों स्तनों को जकड़ रखा था तो मेरे दोस्तों के उनके होठो और गांड।
तुषार मम्मी का मुँह पकड़ा और उनके होठों पे अपने होंठ चिपका कर उनके कोमल शरीर को जगह जगह छूने लगा। प्रनव ने मम्मी की पीछे से साड़ी उठाई और उनके पेटीकोट में मुँह दे कर उनकी गांड चुत चाटने लगा।
देखते ही देखते माहौल गर्म हो गया और मैं मम्मी की चुदाई दोस्तों के साथ करने लगा। मैंने कई बात नेट पर जापानी माँ बेटे की चुदाई फिल्मे देखी थी और यही सोचता था की आखिर लोग ऐसी वीडियो बनाते ही क्यों है और आज मुझे समझ आया की माँ बेटे की सेक्सी चुदाई में क्या आनंद मिलता है।
कुछ देर बाद मम्मी ने हमे हटाया और मेरे बिस्तर पर जा कर लेट गई और हमे ऊँगली से इशारा कर के पास बुलाने लगी। उस वक्त मम्मी काफी सेक्सी लग रही थी और ये सब उनकी मर्जी से हो रहा था इस लिए मुझे कोई शर्म नहीं आई।
मम्मी ने मेरा हाथ पकड़ा और पास खीच कर ब्रा से अपने स्तन बाहर निकालने को कहा। मैंने जैसे हे ब्रा निकाली उसके बड़े स्तन और मोटी चूचियाँ देख मैं पागल हो गया और उनके स्तन चूसने लगा।
उसके बाद मम्मी ने अपने पैर खोले और अपनी प्रनव को योनी चाटने को कहा जो वो करने लगा। तुषार बिना कुछ बोले आगे बढ़ा और वो भी दूसरा स्तन दबा दबा कर चूसने लगा।
अब मैं इतना कामुक था और मुझ से रहा नहीं गया मैं वह से उठा और अपना लंड बाहर निकाल कर प्रनव को वह से हटने को कहा।
प्रनव – भाई सोच ले एक बार तू क्या करने वाला है !!
मैंने कहा – मुझे पता है बाप को मत सीखा !!!
मैंने मम्मी की काली चुत पर थूका और अंदर लंड दे दिया। लंड अंदर जाते ही जैसे मम्मी में जान आ गई हो।
मम्मी -अहह अहह अच्छा लग रहा है अह्ह्ह !!!
ये देख प्रनव ने अपना लिंग निकाला और मम्मी के हाथ में थमा दिया तो दूसरी तरफ तुषार में भी मम्मी के मुँह के सामने अपना लिंग किया और मम्मी उसे चूसने लगी।
मम्मी मेरा लंड तो ले ही रही थी साथ ही वो हाथ से लंड भी हिला रही थी और मुँह से चूस भी रही थी। वो पगलो की तरह अपनी कमर हिला हिला कर मेरा लंड ले रही थी।
ऐसा लग रहा था जैसे मम्मी मुझे पहले से ही गन्दी और चुदाई की नजरो से देखती आ रही थी।
दोस्तों के साथ मम्मी की चुदाई करने में मुझे काफी मजा आ रहा था। हम तीनो बारी बारी से उनकी योनी को छेद रहे थे और उनके मुँह में लंड का अलग अलग स्वाद दे रहे थे।
चुदाई से मम्मी की चुत लाल और चिपचिपी हो गई तो चुसाई से उनके दूध लाल हो गए। मुँह लसलसा और गन्दा हो गया क्यों की हमने उनके मुँह में कई बार लंड दिया था।
अंत में हम दोस्तों ने फैसला किया की जैसे गन्दी फिल्मो में लंड का माल औरत के मुँह में झाड़ते है वैसे ही हम भी करेंगे। हम सबने मम्मी की चुदाई तेज कर दी और अंत में माँ के मुँह में अपना सफ़ेद माल झाड़ दिया।
मम्मी का मुँह हमारे सफ़ेद पानी से बहर गया और उसे चुदाई की बदबू आने लगी। लंड से पानी निकलते ही मैं सोचने लगा की ये मैंने क्या कर दिया।
मेरे दोनों दोस्तों का मन अभी भी नहीं भरा था और वो उसके स्तनों से अभी भी खेल रही थे। इस से पहले कोई घर आए या मम्मी को होश मैंने दोनों को वह से जाने को कहा।
उनके जाने के बाद मैंने मम्मी की योनी, मुँह, स्तन, हाथ और यहाँ तक की पूरा शरीर गीले कपड़े से साफ किया और उन्हें साड़ी वापस पहना दी।
उसके बाद मैंने उन्हें उठा और वापस उनके कमरे में ले गया। सब कुछ ठीक था बस मुझे एक बात की चिंता थी की जब वो होश में आएगी तो उन्हें अपने मुँह में हमारे झड़े हुए माल का स्वाद आएगा।
और आया भी होगा क्यों की मैं सिर्फ उनका मुँह ऊपर से साफ कर सकता था अंदर से नहीं। पर बाद मैं ऐसा कुछ नहीं हुआ क्यों की मम्मी नशे में थी और उन्हें सब कुछ एक सपना लगा।
अब उन्हें क्या पता है और क्या नहीं और क्या याद है क्या नहीं ये तो मुझे नहीं पता पर उस दिन के बाद मैंने ये काम फिर कभी नहीं किया पर मेरे दोस्त मेरी मम्मी की चुदाई का प्लान बनाने को बोलते रहते है। तो दोस्तों ये थी मेरी कहानी मम्मी की चुदाई दोस्तों के साथ।